सागर। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बीना रिफाइनरी इलाके के लिए स्पेशल एरिया डेव्हलपमेंट अथारिटी (साडा) गठित करने की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने सीएम डॉ. मोहन यादव को पत्र भी लिखा है। दिग्गी की इस मांग के समर्थन में बीना की विधायक से लेकर तमाम जनप्रतिनिधि जो भाजपा से आते हैं वे भी सहमत हैं और दिग्गी की हां में हां मिला रहे हैं।
दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पिछले दिनों बीना आए थे। यहां उन्होंने रिफाइनरी क्षेत्र से सटे गांववालों से मुलाकात की थी। जो समस्याएं सामने आईं उसके बाद उन्होंने सीएम मोहन यादव को पत्र लिखा है। दिग्गी राजा ‘बीना रिफाइनरी’ और ‘नो डेवलपमेंट जोन’ को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने क्षेत्र की बदहाली और क्षेत्र के विकास को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखकर रिफाइनरी के लिए विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकारण यानि साडा (स्पेशल एरिया डेवलपमेंट अथारिटी) बनाए जाने की मांग की है। पूर्व मुख्यमंत्री के विचार से भाजपा जिलाध्यक्ष सहित जनप्रतिनिधि सहमत हैं और इसके लिए जल्द मुख्यमंत्री से मुलाकात करने की बात भी कर रहे हैं।
पूर्व सीएम सोशल मीडिया पर लगातार उठा रहे बीना की समस्या
दिग्विजय सिंह 2 अक्टूबर को बीना आए और रिफाइनरी तथा जेपी पावर प्लांट से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। वहां के किसानों से भी उन्होंने मुलाकात की थी। इसके बाद वह लगातार इंटरनेट मीडिया पर बीना रिफाइनरी और क्षेत्र की समस्याओं को प्रमुखता से उठा रहे हैं। बीते रोज उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर रिफाइनरी क्षेत्र के विकास के लिए साडा बनाने की मांग की है।
दिग्विजय सिंह ने पत्र में सीएम मोहन यादव को यह लिख है
रिफायनरी क्षेत्र के ग्रामों का मैंने दौरा किया और ग्रामवासियों से उनकी समस्याओं को लेकर विस्तृत चर्चा की। विगत 15 वर्षाे से जिला प्रशासन ने रिफाइनरी से लगे करीब 22 ग्रामों को नो डेव्लपमेंट जोन घोषित कर सभी तरह के निर्माण पर प्रतिबंध लगा रखा है। नो डेवलपमेंट जोन के माध्यम से फैक्ट्री, बाजार, होटल, व्यवसायिक संस्थान, अधिक ऊंचाई के निर्माण आदि पर प्रतिबंध लगाया गया था। विगत 15 वर्षाे से इन गांवों में रहने वाली एक लाख से अधिक की आबादी विकास कार्याे से प्रभावित हुई है। जिला प्रशासन निर्माण कार्य के किसी भी निजी या सार्वजनिक निर्माण कार्य पर रोक लगाने के लिये नोटिस जारी कर रहा है। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की इस रिफायनरी परियोजना से पूरे देश को फायदा मिल रहा है। जिले में औद्योगिक गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं, लेकिन रिफाइनरी से लगे ग्रामों के वाशिंदे छोटी-छोटी व्यवसायिक गतिविधियों को तरस रहे हैं। रिफायनरी के समीप रहने वाले लोग न सिर्फ बेरोजगार हैं, बल्कि पलायन करने को मजबूर हैं, अभी ये सभी ग्रामवासी अभिशप्त स्थिति में जीवन यापन करने मजबूर हैं।
”पत्र में पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा है कि इन ग्रामों में रहने वाले लोगों की समस्याओं को देखते हुए मेरी मांग है कि इस पूरे क्षेत्र को विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण, साडा बनाते हुए विकास कार्याे की अनुमति दी जाना चाहिए। जिससे भविष्य में यह क्षेत्र विकास की दौड़ में शामिल हो सके।”
भाजपा जिलाध्यक्ष, विधायक निर्मला सप्रे, नपा अध्यक्ष का भी समर्थन
बता दें कि पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की बीना रिफाइनरी इलाके को विशेष प्राधिकरण की मांग को जायज बता रहे हैं। भाजपा जिला अध्यक्ष गौरव सीरोठिया, कांग्रेस से भाजपा में गईं विधायक निर्मला सप्रे और नपा अध्यक्ष लता सकवार ने खुलकर कहा कि बीना विकास के लिए विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण बनाया जाना चाहिए। जल्द ही वे सीएम से मुलाकात कर मांग भी रखेंगे।