Home ब्रेकिंग हमने कलाम को हृदय से लगाया, लेकिन कसाब कभी स्वीकार नहीं…सांवरे सरकार का आया बड़ा बयान, सनातन पर खुलकर बोले

हमने कलाम को हृदय से लगाया, लेकिन कसाब कभी स्वीकार नहीं…सांवरे सरकार का आया बड़ा बयान, सनातन पर खुलकर बोले

by DNT Desk
0 comment

दमोह। देशभर की राजनीति में इन दिनों बंटेंगे तो कंटेंगे को लेकर सुर्खियां बनी हुई हैं। मप्र के सागर में सांवरे सरकार पंडित विपिन बिहारी ने कहा कि हमें जातियों में बांटने का षडयंत्र रचा जा रहा है। य​ह गंदी राजनीति हैं। हमने कलाम को हृदय से लगाया है, लेकिन कसाब को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। कुंभ में गैर हिन्दुओं के प्रवेश पर उन्होंने कहा कि बागेश्वरधाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री की इस मांग का मैं समर्थन करता हूं। कुंभ में गैर सनातनियों का प्रवेश नहीं होना चाहिए।

बुंदेलखंड के प्रसिद्ध कथावाचक व सांवरे सरकार के नाम से प्रसिद्ध पंडित विपिन बिहारी महाराज ने दमोह के नरसिंह मंदिर परिसर में कथा से पूर्व मीडिया से रूबरू होते हुए बेबाकी से सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि कुंभ में गैर सनातनियों का प्रवेश नहीं देना चाहिए। बंटेंगे तो कंटेंगे के सवाल पर उनका स्पष्ट कहना है कि हमने कलाम को हृदय लगाया, लेकिन कसाब को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। हमने रसखान को हृदय से लगाया, लेकिन किसी आतंकवादी को कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह ​तो निश्चित है कि हमारे भीतर जातिवाद का जहर घोला जा रहा है, यह बहुत गंदी सोच है, हमें कबीलों में बांटा जा रहा है। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में और कथा में अलग—अलग जातियों के लोगों को हाथ उठवाए, फिर हिंदुओं के हाथ उठवाए तो सभी के हाथ उठ गए। उन्होंने कहा कि यही बात मैं कहना चाहता हूं। हम बंट हैं तो कट हैं। हमें एक होकर ही रहना होगा।

कुंभ में गैर सनातनियों का प्रवेश वर्जित होना चाहिए
पंडित विपिन बिहारी ने पूछा गया कि बागेश्वरधाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने मांग की है कि कुंभ में हिन्दुओं के अलावा गैर सनातनियों का प्रवेश वर्जित होना चाहिए तो उन्होंने इसका समर्थन करते हुए कहा कि मैं बागेश्वरधाम के महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के साथ हूं। कुंभ में गैर सनातनियों का प्रवेश वर्जित होना ​चाहिए। मैं ही नहीं हर सनातनी और हिन्दू व्यक्ति इस मांग का समर्थन करेगा।

हमने अपने-अपने भगवान और महापुरूष बांट लिए!
विपिन बिहारी महाराज ने अपनी बात को और स्पष्ट करते हुए कहा कि हम लोगों ने अपने—अपने भगवान बांट लिए, भक्त बांट लिए हैं। हर समाज का अपना भगवान और अपना भक्त है। हम समझते हैं कि हम संगठित हो रहे हैं, लेकिन असल में हम बंट रहे हैं। जबकि हम सभी सनातन धर्मी हैं। हमें सनातन का झंडा उठाना चाहिए।

सनातन का ‘बोर्ड’ हर दिल में होना चाहिए
देश में सनातन बोर्ड बनाने की बात चल रही है, सनातन बोर्ड बन रहा है। मैं चाह ता हूं कि सनातन का बोर्ड हर दिल में लग जाए। कौन नहीं चाहता अपने धर्म का ​विस्तार हो। बुंदेलखंडी में कथा को लेकर कहा कि कोई भी कथावाचक दूसरे प्रदेश में जाता है तो वह अपनी बोली को बोलकर खुद को सम्मानित करता है। हमारी बुंदेलखंडी में क्या परेशानी हैं। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंडी भाषा में अपनापन हैं। मैं चाहता हूं, विश्व के कौने—कौने में बुंदेलखंडी भाषा पहुंचनी चाहिए।

सद्भाव का ठेका क्या हिंदुओं ने ही ले रखा है?
देश में हिन्दु—मुस्लिम और अन्य धर्मों में एकता और सद्भाव की पहल के सवाल पर पंडित विपिन बिहारी ने बेबाकी से कटाक्ष करते हुए कहा कि क्या इसका ठेका केवल हिंदुओं के ही जिम्मे हैं। वे कभी सामने से क्या एकता और सद्भाव की पहल करते हैं? ताली कभी एक हाथ से नहीं बजती है, दोनों हाथ से बजती हैं। लेकिन किसी आतंकवादी को हृदय से नहीं लगाएंगे। हम गुण के ग्राहक हैं, हम प्रेम के संदेशवाहक हैं, तुम हमसे जितना प्रेम करोगे, उससे दसगुना प्रेम हम वापस लौटाएंगे। *

You may also like

Leave a Comment

At dailynationaltimes, we believe in the power of accurate and impartial journalism to empower individuals and foster an informed society.

Contact Us

Laest News

Daily National Times @2024  All Right Reserved. Designed  by  DNT &  CodexFly Technology