सागर। मप्र के सागर जिले के देवरी क्षेत्र से भाजपा विधायक ब्रजबिहारी पटैरिया ने पुलिस की मनमानी कार्यशैली सेनाराज होकर विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है। पटेरिया ने थाने से ही इस्तीफा लिखकर विधानसभा सचिव को व्हाट्सएप पर भेजा है। वे एक पीड़ित पक्ष का न्याय दिलाने के लिए थाने पहुंचे थे, जहां पुलिस अधिकारियों ने उनकी बात मानने से इंकार कर दिया।
प्रदेश में इन दिनों भाजपा विधायकों की पुलिस अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं। पुलिस अधिकारियों द्वारा इनकी सुनवाई न करने से परेशान होकर विधायकों का गुस्सा अब फूटने लगा है। सागर के देवरी से भाजपा के कद्दावर विधायक बृजबिहारी पटेरिया गुरूवार शाम को किसी पीड़ित को न्याय दिलाने के थाने में धरने पर बैठ गए थे। जब पुलिस अधिकारियों ने उनकी सुनवाई नहीं की तो तैश में आकर उन्होंने लेटर हेड मंगवाया और वहीं से अपना इस्तीफा लिखकर विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया।
भाजपा विधायक बृजबिहारी पटेरिया के विधानसभा क्षेत्र में गौरझामर व केसली थाना आता है। केसली थाना क्षेत्र में वे किसी पीड़ित की तरफ से एफआईआर कराना चाह रहे थे। सूत्र बताते हैं कि पहले उन्होंने फोन पर भी केसली थाना प्रभारी से बात की थी। बावजूद इसके जब पीड़ित की सुनवाई नहीं हुई तो वे खुद उसके साथ थाने पहुंच गए। यहां पर उनके कहने के बाद भी पुलिस अधिकारियों व अमले ने एफआईआर नहीं लिखी तो उनका पारा चढ़ गया। वे थाने से बाहर निकले और सीढ़ियों पर धरना देकर बैठ गए। करीब घंटेभर बाद भी जब पुलिस ने सुनवाई नहीं की तो उन्होंने गाड़ी से लेटर हैड बुलाया और पेन से उस पर इस्तीफा की इबारत लिखकर विधानसभा अध्यक्ष को भिजवा दिया है। पटेरिया के नजदीकि लोगों के अनुसार उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को व्हाट्सएप पर भी यह भेजा है।
चार लाइन लिखकर दे दिया इस्तीफा!
देवरी से भाजपा विधायक बृजबिहारी पटेरिया ने अपने लेटर हेड पर हाथ से इस्तीफा लिखा है। सोशल मीडिया पर यह तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें उन्होंने लिखा है कि पीड़ित पक्ष के साथ केसली थाने आया था। पीड़ित पक्ष की सुनवाई नहीं हो रही है, उसे न्याय नहीं मिल पा रहा है, इसलिए आहत हूं, व्यथित हूं। इसलिए विधायकी से इस्तीफा दे रहा हूं।
पटेरिया कांग्रेस से भाजपा में आए थे
बृजबिहारी पटेरिया कांग्रेस से भाजपा में आए थे। पहले वे देवरी से ही कांग्रेस के टिकट पर विधायक बन चुके थे। बीते विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मंत्री भूपेंद्र सिंह के नेतृत्व में उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली थी। शिवराज सिंह खेमे से उन्हें टिकट मिला था, जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस विधायक व पूर्व मंत्री हर्ष यादव को शिकस्त दी थी।
बता दें कि बृजबिहारी पटेरिया का इस्तीफा स्वीकार हो, इसको लेकर संभवना बहुत कम ही हैं। हालांकि उनके इस कदम से पुलिस पर दबाव जरूर बनेगा। इधर बीते रोज ही रीवा मउगंज से भाजपा विधायक प्रदीप पटेल अपनी सुनवाई न होने के कारण आईजी आफिस पहुंचकर दंडवत हो गए थे। इसके बाद मउगंज एसएसपी के सामने भी वे दंडवत हो गए थे, यह मामला काफी चर्चा में छाया है। कुछ दिनों पहले सागर के नरयावली से भाजपा विधायक प्रदीप लारिया अपने इलाके में अवैध शराब, जुआ—सट्टा से परेशान होकर बार—बार पुलिस को ज्ञापन देते नजर आ रहे थे। कई महिनों तक ज्ञापन देने के बाद भी उनकी सुनवाई नहीं हो रही थी। अब देवरी विधायक पुलिस से आहत होकर इस्तीफा लिख रहे हैं…