सागर नगर निगम परिषद के सम्मलेन में महिला पार्षद पर आसंदी से की गई टिप्पणी से वे बिफर गईं और अध्यक्ष पर गुंडाराज चलाने का आरोप तक जड़ दिया। दरअसल सागर नगर निगम परिषद सम्मेलन में साहूकारी लाइसेंस पर हंगामा हो गया। पार्षद रेखा यादव का निगम अध्यक्ष ने आसंदी से अपमान कर दिया, बोले क्या आप महिला हैं? इस पर महिला पार्षद बिफर पड़ी। बमुश्किल विधायक शैलेंद्र जैन ने हाथ जोड़कर पार्षद और अध्यक्ष के बीच विवाद को शांत कराया।
सागर। मप्र के सागर नगर निगम परिषद में सभा, सदन और आसंदी की गरिमा तार-तार हो गई। अध्यक्ष ने आसंदी से जहां भाजपा की महिला पार्षद का अपमान कर दिया तो पार्षद ने आसंदी पर बैठे अध्यक्ष पर गुंडागर्दी करने तक के आरोप लगा दिए। खूब हंगामा बरपा, जिसके बाद सदन में मौजूद विधायक शैलेंद्र जैन को हस्ताक्षेप करना पड़ा। उन्होंने हाथ जोड़कर महिला पार्षद रेखा यादव को शांत कराया और अध्यक्ष को भी शांति से सदन संचालित करने की बात कही।
BJP शासित नगर निगम में निगमाध्यक्ष वृंदावन अहिरवार ने एमआईसी की सदस्य रेखा नरेश यादव के बोलने पर बुरी तथा डांटा और यहा तक कह दिया कि क्या आप महिला हो?निगम परिषद के सम्मेलन में विषयों पर चर्चा के दौरान महापौर संगीता तिवारी, सांसद लता वानखेड़े और विधायक शैलेंद्र जैन सहित पूरे पार्षद और निगम अधिकारी आदि मौजूद थे। पार्षद रेखा यादव और अध्यक्ष वृंदावन अहिरवार के बीच तू—तू, मैं—मैं के बीच विपक्ष के कांग्रेस पार्षदों ने भाजपा पर अपने व्यक्तिगत मतभेद सदन में लाने के आरोप लगाते हुए बहिर्गमन कर दिया।
साहूकारी लाइसेंस के मुद्दे से शुरू हुआ था हंगामा
दरअसल सागर नगर निगम का साधारण सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसमें विधायक शैलेंद्र जैन और सागर सांसद डॉ. लता वानखेड़े शामिल हुईं। सम्मेलन की शुरुआत ही गहमागहमी के साथ हुई। साहूकारी लाइसेंस के मुद्दे को लेकर चल रही चर्चा के दौरान निगम अध्यक्ष वृंदावन अहिरवार ने भाजपा महिला पार्षद रेखा नरेश यादव को बैठने का बोल दिया। साथ ही कहा कि आप दो साल बाद बोल रही हैं। यह बात सुन महिला पार्षद भड़क गई। जिसके बाद पार्षद और निगम अध्यक्ष के बीच जमकर नोकझोंक और गहमागहमी हुई। मामला जैसे-तैसे शांत हुआ। सम्मेलन की कार्रवाई को आगे बढ़ाया गया। इसी बीच निगम अध्यक्ष ने कार्रवाई के दौरान मातृशक्ति शब्द बोला तो महिला पार्षद ने कहा आपके मुंह से मातृशक्ति शब्द बोलना उचित नहीं लगता है। इसके बाद फिर बहस शुरू हुई। दोनों तरफ से नोकझोंक की स्थिति बनी।
गुंडाराज मचा रखा है, महिलाओं को बोलने नहीं देते
पार्षद ने कहा कि गुंडाराज मचा रखा है। महिलाओं को बोलने नहीं दिया जा रहा है। मातृशक्ति को मजबूत नहीं होने दिया जा रहा है। विधायक शैलेंद्र जैन ने स्थितियों को देखते हुए पार्षद और निगम अध्यक्ष को शांत कराया। इस दौरान पार्षद रेखा यादव ने कहा कि ये मुझसे सॉरी बोलेंगे, मैं इन्हें छोड़ने वाली नहीं हूं। जिस पर अध्यक्ष ने कहा कि मैं किस बात पर सॉरी बोलूंगा। हालांकि दूसरे पार्षद और विधायक के दखल के बाद मामला शांत हुआ। कार्रवाई आगे बढ़ाने की बात कही गई।
आपसी मुद्दे सुलझा लो, फिर बात करेंगे और कांग्रेस का बहिर्गमन
सदन में इतना हंगामा होने के बाद निगम में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि पहले आप लोग आपस के मुद्दे सुलझा लो, फिर बात करेंगे। जिसके बाद कांग्रेस पार्षदों ने सम्मेलन के बहिष्कार की घोषणा की और सभाकक्ष से बाहर चले गए। कांग्रेस पार्षदों के बाहर जाने के बाद सम्मलेन की कार्रवाई दोबारा शुरू की गई। जिसमें पार्षदों ने अपने वार्डों की समस्याएं रखीं।