MP: बीना स्थित बीपीसीएल रिफाइनरी में उस समय हड़कंप मच गया जब पार्किंग में करीब 15 फीट लंबा अजगर और उसके साथ बच्चा रेंगते हुए नजर आया। एनाकोंडा की तरह भारी-भरकम अजगर पर जिनकी भी नजर पड़ी लोग चीखते हुए भागे…बाद में सागर के स्नेक कैचर और वन विभाग की टीम ने यहां से दो अजगर को काबू में किया
सागर। बीना स्थित भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड रिफाइनरी की पार्किंग में भी कुछ ऐसा ही नजारा होश उड़ाने वाला नजारा देखने को मिला। यहां पार्किंग में गाड़ी उठाने पहुंचे लोगों की नजर अचानक से भारी—भरकम अजगर पर पड़ते ही हड़कंप मच गया। लोग चीखते हुए वहां से भागे। बाद में पता चला कि यहां एक नहीं दो अजगर मौजूद हैं।
बीना स्थित बीपीसीएल रिफाइनरी गेट के पास स्थित पार्किंग में भारी भरकम अजगर देखा गया था। यहां मौके पर कुछ लोगों ने वाहन उठाते समय देखा कि उनकी गाड़ियों के पास करीब 14-15 फीट लंबा अजगर कुंडली मारे बैठा था। अचानक से इतने भारी अजगर पर नजर पड़ते ही लोग लगभग चीखते हुए वहां से भागे थे। हो—हल्ला सुनकर अन्य लोग व गेट पर मौजूद सुरक्षागार्ड मौके पर पहुंचे और देखा तो पता चला कि वहां पर दो अजगर मौजूद हैं। एक भारी—भरकम तो दूसर करीब 4 से 5 फीट लंबा अजगर था। मामले में वन विभाग को सूचना दी गई, लेकिन जब वनविभाग की टीम नहीं पहुंची तो सागर से स्नेक कैचर बबलू पवार को फोन पर सूचना देकर बीना बुलाया गया था।
ढाई घंटे की मशक्कत के बाद काबू में आए
रिफाइनरी पहुंचे स्नेक कैचर बबलू पवार ने जब देखा कि मौके पर वन विभाग का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी नहीं है तो उन्होंने खुद फोन कर टीम को बुलवाया और बाद में उनकी मदद से अजगर को पकड़ने का प्रयास किया था। भारी—भरकम होने के बाद भी अजगर काफी फुर्तीला था। करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद दोनो अजगर को काबू में कर लिया गया है।
15 फीट लंबा अजगर है
स्नेक कैचर बबलू पवार ने बताया कि बीपीसीएल रिफाइनरी से दो अजगर मौजूद होने की सूचना मिली थी। यहां से वन विभाग की टीम के साथ दो अजगर को काबू में किया गया है। दोनों को पकड़ने में करीब ढाई घंटे का समय लगा था। एक अजगर करीब 14 से 15 फीट का है तो दूसरा करीब 5 फीट लंबा अजगर है। ठंड में कोई भी सांप धूप सेंकने के लिए बाहर निकलते हैं तो अजगर प्रजाति के सांप रात के अंधेरे में शिकार करने के लिए बाहर निकलते हैं। इन दोनों अजगर को जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया जाएगा।