सागर। भाग्योदय तीर्थ में निर्यापक मुनिश्री सुधासागर महाराज विराजमान हैं। रविवार को उनके आहार के दौरान सेवा में जुटी ‘ब्रह्मचारिणी दीदी’ के साथ जरा सी बात पर समाज के ही एक व्यक्ति ने मारपीट कर दी। मामला फिलहाल थाने में हैं। दोनों पक्ष एफआईआर दर्ज कराने का दबाव भी बना रहे हैं।
पुलिस से मिली जानकारी भाग्योदय तीर्थ में रविवार को जैन मुनि की आहारचर्या के दौरान विवाद हुआ है। जैन समाज की ब्रह्मचारिणी आरती दीदी ने जो घटना बताई है उसमें मुनिश्री के आहार के दौरान हाथ हटाने की बात को लेकर विवाद हुआ है। साधक विशाल जैन व कुछ लोगों ने मुनिश्री के जाने के बाद उनके साथ मारपीट की है। उनका चश्मा भी तोड़ दिया गया है। बीच बचाव के लिए उनके भतीजे से भी मारपीट की गई है। इधर दूसरा पक्ष भी थाने पहुंचा और घटना की अलग कहानी सुना रहा है। जैन समाज से जुड़े लोग भारी संख्या में थाना पहुंच गए हैं। खबर लिखे जाने तक मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की गई थी।
मामले में जांच करा रहे हैं
भाग्योदय तीर्थ में चल रहे धार्मिक आयोजन के बीच ब्रह्मचारिणी के साथ मारपीट के मामले में मोतीनगर थाना प्रभारी जसवंत सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि भाग्योदय में दो पक्षों में मारपीट हुई है। मामले में एमएलसी करा रहे हैं। फिलहाल मामले को जांच में लिया गया है। जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
जैन मुनिश्री से अभद्रता और बदसलूकी, जैन परिवार ही दोषी
बता दें कि बुंदेलखंड के ही छतरपुर जिले के घुवारा में बीते रोज चातुर्मास कर रहे जैन मुनिश्री विश्रांत सासगर महाराज से जैन समाज के ही एक परिवार ने अभद्रता की थी। मामले में बताया गया कि जैन परिवार की बेटी के लापता होने के बाद जैन परिवार ने मुनिश्री से जानकारी चाही थी, उन्होंने असमर्थता जताई तो परिजन मुनिश्री से ही अभद्रता करते हुए धक्कामुक्की और गाली—गलौज तक करने लगे थे। बाद में मुनि संघ जबलपुरि तिराहे पर अनशन पर बैठ गए थे। मामले में 8 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। यह मामला शांत नहीं हुआ था और सागर में ब्रह्म्चारिणी दीदी से मारपीट की घटना सामने आ गई।